शिमला (26 मई, 2025). हिमाचल प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी। इस मामले ने प्रशासनिक, राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर कई सवाल खड़े किए हैं।
हिमाचल के सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हाल ही में घोषणा की कि राज्य सरकार हिमाचल हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील नहीं करेगी और विमल नेगी की मौत की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने के फैसले को स्वीकार करती है। उन्होंने कहा कि यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि विमल नेगी के परिवार को न्याय मिल सके और मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो। गौरतलब है कि विमल नेगी, जो हिमाचल प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड में चीफ इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे, 10 मार्च 2025 को अचानक लापता हो गए थे।
18 मार्च को लापता हुए थे विमल नेगी
उनकी अंतिम बार बिलासपुर जिले में मौजूदगी दर्ज की गई थी। इसके बाद, 18 मार्च 2025 को उनका शव बिलासपुर में भाखड़ा बांध के पास बरामद हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, विमल नेगी की मौत उनके शव की बरामदगी से लगभग पांच से छह दिन पहले, यानी 12-13 मार्च 2025 के आसपास हुई थी।